केंद्र सरकार की योजना ‘अपनी धरोहर, अपनी पहचान’ के तहत हिमाचल की 20 धरोहरों को विकसित किया जा रहा है।
मुंह व गले से संबंधी रोगों विशेषकर कैंसर व खून संबंधी रोगों से वायोला पिलोसा (बनफ्शा) निजात दिलाता है। यह खुलासा डा. यशवंत सिंह परमार बागबानी एवं वानिकी विवि नौणी द्वारा विभिन्न जड़ी-बूटियों पर किए जा रहे शोध से हुआ है। इस शोध के बाद कैंसर जैसी बीमारी को ठीक करने में काफी सहायता मिलेगी।
तत्तापानी पर्यटन स्थल हिमाचल प्रदेश में कहां पर है – करसोग(मंडी)
जम्मू-कश्मीर के बाद अब नार्वे और डेनमार्क जैसे देशों से भी ट्राउट आयात की जाएगी।
राज्य स्तरीय लोहड़ी पर्व का आयोजन कहां पर किया जाता है – देश के प्रथम धरोहर गांव परागपुर