जलवायु परिवर्तन से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को समझाने वाले अमेरिका के किन दो अर्थशास्त्रियों को वर्ष 2018 के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है- न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर पॉल एम रोमेर (Paul Romer) तथा प्रोफेसर विलियम नॉर्डहॉस (William Nordhaus) Ref.09J12
इंटरनेशनल सोलर अलायंस क्या है – वर्ष 2015 में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा इस संगठन की स्थापना की गई थी इस संगठन का उद्देश्य सौर ऊर्जा के महत्व को पहचानना और उसके दोहन की अत्याधुनिक प्रणालियों को विकसित करना हैl
बिजली को ट्रांसमिशन लाइनों के माध्यम से द्वारा नेशनल ग्रिड से देश के विभिन्न कोनों में पहुंचाया जाता है, इसी के समानांतर सौर ऊर्जा के स्थानांतरण के लिए अंतरराष्ट्रीय ट्रांसमिशन ग्रिड की स्थापना करना अति आवश्यक हैl
जिन देशों में सूर्य की रोशनी अधिक उपलब्ध होती है, वहां पर सौर ऊर्जा का दोहन करके यूरोप और उत्तरी अमेरिका के उन स्थानों पर बिजली को आसानी से पहुंचाया जा सकता है, जहां पर सूर्य की रोशनी कम पड़ती हैl
ओपेक तेल उत्पादक देशों का संगठन है, जो दुनिया के करीब 40% तेल का उत्पादन करता हैI इसी संगठन के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों को प्रभावित किया जाता है, यदि भारत अपनी सौर ऊर्जा क्षमता का अच्छे से दोहन कर ले तो आने वाले समय में इंटरनेशनल सोलर अलायंस अंतर्राष्ट्रीय बाजार में खलल मचा सकता हैl
बहुराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं जैसे एशियाई विकास बैंक, अफ्रीकन विकास बैंक और न्यू डेवलपमेंट बैंक के माध्यम से सौर ऊर्जा के विकास में वित्त पोषण होना चाहिएl विकसित देशों के माध्यम से भी सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नवीन विकल्पों को तलाशा जा सकता हैl Ref.09J06